छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इससे लड़ाई भी तेज कर दी गई है। राज्य सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने और हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीओ) में 100 बेड बढ़ाने का निर्णय लिया है। प्लांट स्थापित करने में 80 लाख से लेकर 1.5 करोड़ रुपए तक खर्च हो सकते हैं। इसके लिए 5 दिन में टेंडर होंगे।
सर्किट हाउस में कोविड-19 अस्पतालों की समीक्षा बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि रायपुर मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट को अपडेट किया जाएगा। वहीं, प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित होगा। इसमें नए बनने वाले तीन मेडिकल कॉलेज भी शामिल हैं। साथ ही वेंटिलेटर की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
व्यवस्थाओं को 10 खंडों में बांटा गया, हर की जिम्मेदारी एक आईएएस पर
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया कि कोविड-19 से लड़ने के लिए व्यवस्थाओं को 10 खंडों में बांटा गया है। इसमें अस्पताल के बेड, एंबुलेंस, भोजन सहित अन्य सुविधाएं शामिल हैं। प्रत्येक खंड की जिम्मेदारी एक आईएएस अफसर को दी गई है। जो रोज बैठक कर कमी दूर करेंगे। वहीं जिला अस्पताल में एचडीओ के 30 और मेडिकल कॉलेज में 100 बेड की तैयारी है।
कोविड-19 मरीजों के लिए अभी इतने बेड
प्रदेश में 29 कोविड अस्पताल और 186 कोविड केयर सेंटर हैं।
19 प्राइवेट अस्पताल भी कोविड मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इनमें 1304 बेड हैं।
कोविड अस्पतालों में 2775 जनरल, 406 आइसीयू और 370 एचडीयू बेड हैं।
300 पदों पर होगी चिकित्साधिकारियों की भर्ती
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राज्य के वित्त विभाग ने 300 पदों पर चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती पर सहमति दे दी है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के यह पद रिक्त थे। इसके लिए विज्ञापन भी जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब मरीजों के लिए 30270 बेड हो जाएंगे।