वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को जहरीले रसायन वाला खत भेजने की आरोपी महिला को सुरक्षा बल ने कनाडा की सीमा से गिरफ्तार किया है। व्हाइट हाउस के पते पर जो लिफाफा भेजा गया उसमें रिसिन नामक खतरनाक जहर था। आरोपी महिला कनाडा से अमेरिका में घुसने की फिराक में थी, अधिकारियों ने बताया है कि उसके पास से एक बंदूक भी मिली है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक महिला कनाडा-न्यूयॉर्क सीमा से देश में दाखिल होने की कोशिश कर रही थी, तभी उसे अमेरिकी सीमा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। संघीय अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार महिला पर अमेरिकी कानून के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।
आरोप है कि इस महिला ने राष्ट्रपति ट्रंप के नाम पर व्हाइट हाउस में एक पत्र भेजा था। जब व्हाइट हाउस के अधिकारी वहां आने वाले पत्रों की जांच कर रहे थे उसी समय इस पत्र का भी पता चला था। इस घटना ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए थे। रॉयटर्स के मुताबिक रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस के अधिकारियों ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि यह खत कनाडा से भेजा गया था। कनाडा की पुलिस के मुताबिक एफबीआई ने उनसे इस संदिग्ध खत की जांच के बारे में मदद मांगी है। पुलिस इस मामले में एफबीआई के साथ मिलकर काम कर रही है।
एफबीआई की शुरुआती जांच में जहरीले पदार्थ रिसिन की पुष्टि हुई है। रिसिन को खतरनाक जहर माना जाता है और यह मुख्य रूप से अरंडी की फलियों में पाया जाता है। और अगर यह जहरीला पदार्थ सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करता है तो संक्रमित व्यक्ति को उल्टी हो सकती है। शरीर के भीतर रक्तस्राव शुरू हो सकता है। व्यक्ति के विभिन्न अंग इसकी वजह से काम करना बंद कर सकते हैं। इस जहर की चपेट में आने वाले व्यक्ति के 48 से 72 घंटे के अंदर जान जा सकती है। इस जहर की सबसे खतरनाक बात ये है कि इसकी आज तक कोई भी एंटीडोट तैयार नहीं हो सकी है।
आपको बता दें कि अमेरिका में इस तरह का ये कोई पहला वाकया नहीं है। इससे पहले भी खत और पार्सल के जरिए जहर भेजकर जान लेने की कोशिश करने की घटनाएं होती रही हैं। वर्ष 2014 में राष्ट्रपति बराक ओबामा को रिसिन के पाउडर से लिपटा खत भेजने के एक आरोपी को 25 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। इस व्यक्ति ने राष्ट्रपति ओबामा के अलावा भी कई दूसरे अधिकारियों को इसी तरह का जहरीला खत भेजा था। ये व्यक्ति मिसिसिपी का रहने वाला था। वर्ष 2018 में अमेरिका के यूटा में एक व्यक्ति ने ट्रंप के साथ साथ एफबीआई निदेशक को जहरीला पदार्थ भेजा था, लेकिन व्हाइट हाउस पहुंचने के पहले ही उस खत को पकड़ लिया गया था और कोई भी संक्रमित नहीं हुआ था।